चार्ट का विश्लेषण
चार्ट का विश्लेषण
चार्ट का उपयोग दरसल हम
टेक्निकल एनालिसिसमें हमेश करते हैं. शेयर का प्राइस चार्ट हमें बहुत कुछ
इनफार्मेशन देता हैं. चार्ट दरसल शेयर्स का प्राइस और टाइम इन दोनोका मिलाफ हैं. चार्ट
बनाने के विभिन्न प्रकार प्रचलित हैं. जैसे की लाइन चार्ट, बार चार्ट, कैंडल-स्टिक
चार्ट. इन विभिन्न चार्ट्स में प्रयोग जानेवाले कुछ आकडे को छोड़ के सभी प्रकार के
चार्ट समान सूचना दर्शाते हैं. इन चार्ट के द्वारा ट्रेंड को भापने की कोशिश के
जाती हैं ओर अनुमान लगाया जा सकता हैं की कैसा ट्रेंड चल रहा हैं, ट्रेंड कब तक जारी
रहेगा, इस ट्रेंड मे कब परिवर्तन आ सकता हैं.
चार्ट मैं मुख्य तीन ट्रेंड
होते हैं.
अपवर्ड ट्रेंडसाइडवे ट्रेंडडाउनवर्ड ट्रेंड
अपवर्ड ट्रेंड
अपवर्ड ट्रेंड में शेयर की किमत निरंतर बढती हैं. यदि अपवर्ड
ट्रेंड में शेयर की किमत निरंतर बढती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढता हैं तो इससे
ये पता चलता हैं की इस शेयर में अधिकतर निवेशक रूचि ले रहे हैं. कई शोर्ट टर्म
निवेशक इस ट्रेंड में शेयर खरीदकर इसी ट्रेंड के उच्च किमत पर बेच देते हैं ओर
मुनाफा कमाते हैं. इसके विपरीत, यदि शेयर की किमत बढती हैं लेकिन ट्रेडिंग वॉल्यूम
घटता हैं तो ये सट्टेबाज द्वारा चलाने वाला शेयर हैं ऐसा मन जात्रा हैं.
साइडवे ट्रेंड
चार्ट में अगर छोटे – छोटे उतार – चढाव के साथ चार्ट लाइन समान्तर
होती हैं तो उस ट्रेंड को साइडवे ट्रेंड कहा जाता हैं. साइडवे ट्रेंड में शेयर की
किमत सिमित दायरे में घुमती रहती है ओर यह अनुमान लगाना मुश्किल होता हैं की ये
शेयर किस दिशा में गति करेगा. साइडवे ट्रेंड के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम बहुत कम
रहता हैं. शाँर्ट टर्म निवेशक इसी दौरान ट्रेडिंग नहीं करते.
डाउनवर्ड ट्रेंड
डाउनवर्ड ट्रेंड नीचे उतरती हुई लाइन द्वारा प्रदर्शित होता हैं.
इस ट्रेंड के दौरान शेयरौं में भरी गिरावट दर्ज होती हैं. यहाँ ट्रेड टाइमिंग को
पहचानना बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकी डाउनवर्ड ट्रेंड में की गयी खरीदी अगर ये
ट्रेंड बहुत समय चला तो फिर साइडवे ट्रेंड शुरू होता हैं और अपेक्षित लाभ नहीं
होता.
ट्रेडिंग वॉल्यूम
ट्रेडिंग वॉल्यूम का मतलब हैं की किसी भी अवधि के दौरान बाजार में
ट्रेडिंग किए शेयर्स की संख्या. टेक्निकल एनालिसिस में ट्रेडिंग वॉल्यूम का बहोत
महत्व हैं. अगर ट्रेडिंग वॉल्यूम जादा हैं और शेयर की किमत बड रही हैं ओर शेयर
अपट्रेंड में हैं तो इसका मतलब हैं की बाजार में तेजी हैं. इसके विपरीत अगर
ट्रेडिंग वॉल्यूम जादा हैं और शेयर की किमत कम हो रही हैं तो आगे मंदी आ सकती हैं
या ये ट्रेंड बदलने का संकेत हैं.
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