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जापनीज कैंडलस्टिक पैटर्न (भाग १)

जापनीज कैंडलस्टिक पैटर्न (भाग १)

सभी चार्ट पैटर्न में जापनीज कैंडलस्टिक पैटर्न सबसे जादा पॉपुलर हैं. इसका कारण हैं की इसका उपयोग सबसे आछा हैं ओर समजने में सरल हैं. इसका उदय जापान में हुवा हैं इसलिए इसे जापनीज कैंडलस्टिक कहते हैं. इस प्रकार के चार्ट में एक या अनेक कैंडलस्टिक का उपयोग कर के विभिन्न सिग्नलोंका पता लगाया जा सकता हैं. जादातर चार्टिंग सॉफ्टवेयर में इसका उपयोग करके तेजी या मंदी का पता लगाया जा सकता हैं.
जापनीज कैंडलस्टिक में मुख्य तीन भाग होते हैं.

१.     रियल बॉडी    २.     अप्पर शैडो   ३.     लोअर शैडो

रियल बॉडी

     कैंडलस्टिक के बीच के भागको रियल बॉडी कहते हैं. रियल बॉडी की साइज़ उस दिन के भाव पर निर्भर होती हैं. अगर शेयर की किमत में जादा बदलाव हुवा हो तो बॉडी जादा बड़ी होती हैं. रियल बॉडी का रंग शेयर के किमत पर निर्भर रहता हैं. अगर कल के मुकाबले आज किमत बढ़ गई हो तो बॉडी का रंग नीला या सफ़ेद होता हैं. ओर अगर किमत कम हुई हो तो काला होता हैं. आप सॉफ्टवेयर के सेटिंग में जा कर इस का रंग बदल भी सकते हो. जादातर लोग तेजी वाले स्थितीमें हरा ओर मंदी वाली स्थितीमें लाल रंग रखना पसंद करते हैं.
candle stick

अप्पर शैडो

            अप्पर शैडो कैंडल की बॉडी के उपर तय्यार होती हैं. अप्पर शैडो उस दिन का उस शेयर का सबसे जादा किंमत दर्शाता हैं. जब भी शेयर का भाव उसकी उपरी किमत पर टिक नहीं सकता तभी अप्पर शैडो तय्यार होती हैं. अप्पर शैडो तब तय्यार होती जब तेजी करने वाले लोग उस शेयर की किमत बढानेकी कोशीश करते हैं और मंदी करनेवाले लोग उस शेयर की किमत कम करने की कोशीश करते हैं.

लोअर शैडो

      लोअर शैडो कैंडल की बॉडी के निचे तय्यार होती हैं. लोअर शैडो उस दिन का उस शेयर का सबसे कम किंमत दर्शाता हैं. जब भी शेयर का भाव उसकी निचले किमत पर टिक नहीं सकता तभी लोअर शैडो तय्यार होती हैं. लोअरर शैडो तब तय्यार होती जब मंदी करने वाले लोग उस शेयर की किमत कम कोशीश करते हैं और तेजी करनेवाले लोग उस शेयर की किमत बढाने की  कोशीश करते हैं.





     

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