म्यूच्यूअल फण्ड (भाग २ )
म्यूच्यूअल फंड्स के फायदे
दोस्तों,
आज हम जानेंगे की म्यूच्यूअल फण्ड के फायदों क्या हैं और म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश से हमें क्या क्या
लाभ मिलता है? हम म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश से किस तरह का फायदा उठा सकते है?
अब
ऐसा नहीं है कि, म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश से सभी को,
सिर्फ फायदे ही फायदे हो, इसके कुछ नुकसान भी
है, इसलिए हम म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश से नुकसान के बारे
में भी बात करेंगे.
म्यूच्यूअल फण्ड मैं इन्वेस्टमेंट,
करने के पीछे सबसे बड़ा कारण है, स्टॉक मार्केट
निवेश के बारे में जानकारी की कमी, या समय की कमी. कोई शेयर मार्किट
का ज्ञान न होना.
इस
तरह के बहुत से कारण होते है, जिनके कारण
हम सीधे स्टॉक मार्केट में निवेश करने के जोखिम से बचना चाहते है. और
म्यूच्यूअल फण्ड की मदद से निवेश करना चाहते है, ताकि हम
अपने निवेश पर बेहतर लाभ सके.
ऐसे में अगर बात की जाये म्यूच्यूअल फंड्स के फायदे की तो, इसके बहुत सारे फायदे है, आइये कुछ प्रमुख म्यूच्यूअल फंड्स के फायदे की बात
करते है.
म्यूच्यूअल फण्ड के फायदे
सेबी द्वारा नियंत्रण
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी( द्वारा सभी म्युचुअल फंड मध्यस्थ कंपनियोंप्रबंधित किया जाता है जो इन कंपनियों की गतिविधियों पर ध्यान रखती है और निवेशक की जोखिम सम्बंधित समस्याओं
का निवारण करने में सक्षम है.
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट के ज्ञान और अनुभव का फायदा
म्यूच्यूअल फण्ड मैं का सबसे बड़ा फायदा ये है कि,
फण्ड को सँभालने वाले जो लोग होते हैं वो बहुत ही एक्सपर्ट होते हैं
ओऊ उन एक्सपर्ट के ज्ञान और अनुभव का फायदा हमें मिल जाता है. खास तौर से जिनको
स्टॉक मार्केट की कुछ भी जानकारी नहीं और वे अपने निवेश पर बेहतर लाभ कमाने के लिए
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है, तो ऐसे में उनको म्यूच्यूअल
फण्ड मेनेजर के ज्ञान और अनुभव का, उनके निवेश पर लाभ मिल
जाता है.
छोटी पूंजी निवेश का लाभ
म्यूच्यूअल फण्ड मैं अगर छोटी पूंजी हम हर
महीने जमा करते हैं, तो लंबी समय मैं उसका रूपांतरण बहुत ही बड़ी रकम मैं हो जाता
हैं. म्यूच्यूअल
फण्ड मैं अगर निवेश SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से हर महीने किया जा रहा है,
तो ऐसे में 500
रूपये भी हर महीने भी म्यूच्यूअल
फण्ड में निवेश किया जा सकता है, और ऐसे में जिनके पास बचत के रूप में छोटी छोटी जमा हुई है,
वे भी इस छोटी रकम को म्यूच्यूअल
फण्ड की सहायता से सही तरीके से निवेश की जा सकती है.
विविधिकरण (Liquidity) का लाभ
म्यूच्यूअल
फण्ड अपने जमा की गई रकम को भिनभिन कम्पनीज मैं लगता हैं जिसको डायवर्सिफिकेशनभी
कहा जाता हैं. जिसमे जमा की गयी राशी फण्ड
के विकल्पों नुसार के
अनुसार अलग अलग इंडस्ट्रीज और सेक्टर वाइज स्टॉक में निवेश किया जाता है,
और निवेशक को स्वभाविक रूप से विविधिकरण का लाभ मिल जाता है.
समय की बचत
एक
बार जब कोई निवेशक म्यूच्यूअल फण्ड निवेश कर देता है,
तो उसके बाद की जिम्मेदारी म्यूच्यूअल फण्ड मैनेजर की होती है. फण्ड हाउस और फण्ड मेनेजर इस बात का अभ्यास और
एनालिसिस (टेक्निकल और फंडामेंटल) में अपना समय लगाते है कि किस स्टॉक में कब निवेश करना है और कब तक करना
है, इस तरह एक आम निवेशक के समय की
बचत हो जाती है, और वो अपना जॉब तथा बिज़नस आसानी से करता
रहता है,और निवेश के देख रेख की जिम्मेदारी फण्ड हाउस की हो
जाती है.
निवेश की तरलता (LIQUIDITY)
तरलता
से मतलब, किसी निवेश को फिर से पाने में लगने
वाला समय किसी भी निवेश में लिक्विडिटी एक काफी महत्वपूर्ण
बात होती है. क्योकि निवेश में LIQUIDITY की कमी से कभी किसी अचानक पड़ने वाली जरुरत के समय
वह निवेश काम नहीं आता या निवेश को सस्ते में बेचना पड़ता है, जिस से निवेशक को काफी नुकसान उठाना पड़ता है
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश का एक
फायदा ये भी है कि निवेश की गई रकम को, म्यूच्यूअल फण्ड की पहले से निश्चित शर्तो के
अनुसार हम आसानी से मार्किट रेट पर बेच कर उसे पा कर
सकते है.
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